विश्व का एकमात्र डबल डेकर रूट ब्रिज
टायरना संध्या होने को आई है। घड़ी में पांच बज चुके हैं। और ठीक पांच बजे के बाद यहाँ प्रवेश बंद हो जाता है। पास में बने काउंटर से गाड़ी पार्किंग की पर्ची कटाई। समस्या हेलमेट की आ रही है। सो वो भी रखवा दिया किसी तरह बात चीत करके इन्हीं की दुकान में। यही इनकी दुकान है और यही आशियाना। गाड़ी पार्किंग में खड़ी है जिसकी रखवाली ये लोग सुबह शाम रातभर करेंगे। टायरना नाम का पहला गांव पड़ेगा उसके बाद नॉनग्रियाट गांव। जहाँ है डबल डेकर रूट ब्रिज। लगभग 4.5 किमी का ये सफर कितनी देर में तय होगा ये तो कुछ देर में पता चल जाएगा। इधर बैग लेके निकला ही हूँ कि एक दलाल पीछे लग गया। जो रास्ता दिखाने की ज़िद्द कर रहा है। पर मेरी भी जिद्द है रास्ता खुद बाखुद तय करने की। अभी बात चल रही है कि बड़े बैग यहीं रखवा दिए जाएं और जरूरी सामान ही ले जाया जाए। पर फिर हुआ कि बैग सहित ही गांव की तरफ जाना सही रहेगा। सारा सामान अपने साथ …