उनाकोटी 99 लाख 99 हजार 999 मूर्तियां
आश्चर्य यात्रा परसों रात से कल शाम तक के लगातार सफर ने बुरी तरह थका दिया था। जिस वजह से कल अगरतला पहुचनें के बाद भी कोई प्रमुख जगह जाना ना हो सका सिवाय विभान सभा भवन के। घुमक्कड़ी समुदाय से उत्पल जी ने काफी मदद की अब तक। आज उन्होंने मेरे और अजय के लिए उनाकोटी जाने का प्रबंध किया है। उनाकोटी पूर्वोत्तर भारत का बहुत ही जाना माना नाम है। हालांकि कुछ दिनों पहले तक मैं भी इसके बारे में नहीं जानता था। जाना तब जब बंगलौर के एक आर्मी कैंप में एक लड़के ने इस जगह का जिक्र किया। आज उसी जिक्र की हुई जगह पर उत्पल जी हमें भेज रहे हैं। जिसकी ना मैंने कोई योजना बनाई थी ना सोचा था। कल ही उस रास्ते से गुजरते हुए आया हूं। कल रात में ही सुबह के आठ बजे तक तैयार हो जाने का इशारा कर दिया था। ध्यान में थी ये बात और इसलिए अपने हिसाब से समय पर ही तैयार हो कर निकला। सुबह सुबह अपने घर से चल कर …